Tuesday, 22 November 2016

ENVIRONMENTAL CLEARANCE FOR MINING OF MINOR MINERAL IN INDIA ( Category B2 PROJECTS) with special focus on Sustainable Sand Mining

ENVIRONMENTAL CLEARANCE FOR MINING OF MINOR MINERAL IN INDIA 
( Category B2 PROJECTS ) with special focus on Sustainable Sand Mining

The following amendments in EIA Notification 2006 was notified by MOEF, GOI on 15.1.2016 vide SO No. 141 (E).



Purpose
Authority to appraise or grant EC
1. Grant of Environmental Clearance (EC)
for Mining Lease Area up to 5 hectares  of Individual Mining Lease of Minor Minerals.

Category : B2 Projects

District Environmental Impact Assessment  Authority (DEIAA) headed by District Collector/DM.

District Expert Appraisal Committee (DEAC) will assist DEIAA.  Executive Engineer, Irrigation department of the said District will be the Chairman of DEAC.
2. Grant of Environmental Clearance (EC)
for Mining Lease Area up to 25 hectares in clusters (with no individual Lease greater than 5 hectares) of Mining Lease of Minor Minerals.

Category :- B2 Projects

District Environmental Impact Assessment  Authority (DEIAA) headed by District Collector/DM.

District Expert Appraisal Committee (DEAC) will assist DEIAA.  Executive Engineer, Irrigation department of the said District will be the Chairman of DEAC.


DEIAA & DEAC

Constituted under sub section (3) of section 3 of the EP Act, 1986 by Central Government. Chairman of DEIAA shall be EC granting authority. DEAC shall assist DEIAA in functions of appraisal and EC grant.

Organization Structure of DEIAA
1. Comprises of 4 Persons
2. DM/ District Collector shall be the Chairman
3. SDO shall be the Member secretary
4. Sub Divisional Forest Officer shall be the Member
5. Expert shall be the Member

Organization Structure of DEAC
1. Comprises of 11 Persons
2. Executive Engineer, Irrigation Department shall be the Chairman
3. S-DFO (Forest)
4. SPCB concerned official
5. Concerned authority from district mines or geology department
6. Concerned authority from state geology or state groundwater or state remote sensing department
7. Medical officer nominated by DM/DC
8. Engineer from ZP or concerned authority
9. PWD Engineer or concerned authority
10. Three expert member nominated by Divisional commissioner of CCF (Forest)




 The following requirements remained as it is

3. Grant of EC for Mining Lease area greater than 25 Ha & less than 50 Ha for Mining of Minor Minerals  (Category B1 Projects) will taken care by SEIAA.

4. Grant of EC for Mining Lease area greater than  50 Ha for Mining of Minor Minerals -
(Category A Projects) will taken care by Central - EAC / MoEFCC.

Monday, 14 November 2016

Chemical constituents of चौलाई किंवा चौळी भाजी (Amaranthus)

हिरवी आणि लाल माठाची भाजी ( चौलाई किंवा चौली किंवा चौळी भाजी - शेंगा नाही )

भारतात चौळी भाजी सगळेच लोक आहारात वापरतात. ह्या भाजीत खुप औषधी गुण आढळतात. चौळी भाजी हिरवे पाने व लाल पाने (लाल भाजी) अश्या दोन प्रकारात आढळतात. ह्या भाजीला “ अमरनाथ ” भाजी पण म्हणतात ज्याचा अर्थ होतो लांब आयुष्य देणारा.  ह्या भाजीचे अनेक फायदे आहेत प्रामुख्याने रक्त विकार, पित्त  व कफ यांचा नाश होतो. नियमित सेवनानतर त्वचा विकार, वात, गॅस व पोटाचे विकार दूर होतात.  चौळी भाजीला “विषदन” म्हणून संबोधले जाते कारण ते विषाचे समूळ निवारण करते. भाजीच्या देठात, पानात, फुलात, फळात खुप पोष्टीक तत्व असतात.

चौळी (चौलाई) भाजी मधील रासायनिक तत्व

१. आयरन व मिनरल्स
२. विटामिन ए
३. कैल्शीयम
४. कार्बोहायड्रेट
५. प्रोट्रीन
६. सोनं (traces of gold)
७. विटामिन सी

Saturday, 5 November 2016

Contaminant or Impurities in Drinking water treatment chemicals


                                                अ.ना. दमाहे

पीने के पाणी और WTC मे मौजुद दुषित तत्व (contaminants) :-
 

भारत (India) तथा विश्व में दुषित पीने का पाणी अथवा पेयजल  एक गंभीर विषय बना हुआ है। कई कारणो मे से एक कारण है सुक्ष्ममात्रिक तत्व (trace elements). पाणी शुद्धीकरण प्रकिया के समय उपयोग मे आने वाले केमिकल्स (water treatment chemicals-WTC) के सुक्ष्ममात्रिक तत्व स्वास्थ के दृष्टी से हानीकारक हो सकते है।अवसाद या तैरता हुआ मलबा,गंदगी,कचरा यह WTC मे प्रमुख दुषित तत्व (contaminants) होते है। 

दुषित पेयजल के स्रोत

१. पेयजल निर्माण प्रक्रिया या शुद्धीकरण प्रक्रिया में कुछ कमियाँ या अभाव
२. पेयजल परिवहन जिसमे प्रमुखता से है वितरण सामग्री जैसे पाईप तथा कंटेनर्स
उपरोक्त दिए गए दोनो कारणो से पीने का पाणी दुषित हो सकता है। 

वर्तमान मे युरोप और अमेरीका देशो में WTC मे मौजुद दुषित तत्व को अंतरराष्ट्रीय मानक ANSI/NSF Standard 60 से नियंत्रीत किया जाता है। अनुसंधान से पता चला है की WTC में भी दुषित तत्व पाये गये है। 

ऐसे WTC है-
१. कोयागुलंट
२. सोडीयम हायपोक्लोराईट
३. क्लोरीन
४. कास्टीक सोडा
५. चुना
६. जंग अवरोधक
७. हेकसाफल्युओसिलिक अॅसिड
८. ऑरगॉनीक पॉलीमर जैसे पॉलीइलेकट्रोलाईट.


पेयजल प्रक्रीया में उपयोग होने वाले रसायन (Water Treatment Chemicals- WTC)
WTC  में मौजुद दुषणकारी तत्व (Contaminants or Iimpurities)


क्लोरीन
क्लोरेट, डीबीपी
हेक्साफ्लुओसिलिसिक एसिड
हाईडरोजन फ्लूराईड
सोडीयम सिलीकेट
सोलुबल एल्युमीनियम – सिलिकेट कॉम्पलेक्स़ा
एल्युमीनियम सलफेट
Diuron Trioxide
आयरन (III) क्लोराइड सलफेट
निकेल सलफेट
एथेनॉल
कार्बोक्सीलीक एसिड, अलड़ीहाईडस
सोडीयम हायपोक्लोराईट
सोडीयम क्लोरेट, सोडीयम कारबोनेट, सोडीयम हाईडराऑक्सईड
पोटीयाशीयम परमैगनेट
कैडमीयम, क्रोमीयम, मरक्युरी सलफेट, एनडीमए



                  सुक्ष्मात्रिक तत्त्व या अवशेषक धातु (Trace Metals)
स्त्रोत (source)
पाणी दुषीत करनेवाले तत्व (contaminant)
अंतिम रूप
Al-आधारीत कोयागुलंट
झिंक
अवमल (sludge)
Al-आधारीत कोयागुलंट से प्रक्रीया किया गया पाणी
मैंगनीज,
मॉलिब्डेनम
अवमल
अवमल
Fe-आधारीत कोयागुलंट
केडमियम
मैंगनीज
मॉलिब्डेनम
अवमल
अवमल
अवमल
Fe-आधारीत कोयागुलंट से प्रक्रीया किया गया पाणी
झिंक
अवमल



                                कोयागुलंट धातु
स्त्रोत (source)
पाणी दुषीत करनेवाले तत्व (contaminant)
अंतिम रूप
कोयागुलंट
एल्युमीनियम
अवमल
Al-आधारीत कोयागुलंट से प्रक्रीया किया गया पाणी
आयरन
अवमल
Fe-आधारीत कोयागुलंट
आयरन
अवमल

       
                    
                              पीने का पाणी
स्त्रोत (source)
पाणी दुषीत करनेवाले तत्व (contaminant)
अंतिम रूप
पाणी / जल
कैल्शियम, मग्नेशियम, सोडियम, पोटाशियम, कॉपर, बेरियम
पाणी / जल

                  
                सुक्ष्मात्रिक तत्त्व या अवशेषक धातु (Trace Metals)
स्त्रोत (source)
पाणी दुषीत करनेवाले तत्व (contaminant)
अंतिम रूप
कोयागुलंट
कोबाल्ट, क्रोमियम, निकेल, टाइटेनियम, वनैडियम
अवमल (sludge)


Thursday, 3 November 2016

Street Food Health Hazards - समोसा, पानीपुरी, बर्गर, मोमोस और अन्य


                                 ANIL. N. DAMAHE

भारत में नुकड़ गली और सडक से सटे भोजनालयो की कमी नही है।
अस्वास्थकारक समोसा, पानीपुरी, बर्गर, मोमोस और अन्य स्ट्रीट फुड मे ई.कोली बॅकटेरीया की संख्या भरपूर होती है।

स्ट्रीट फुड मे सामान्य तौर पर निचे दिए गए बैक्टेरीया हो सकते है।

. बॅसीलस र्सिरीयस से डायरीया और उल्टी

. क्लास्त्रोडीयम परफ्रिजंस से डायरीया तथा आतड़ीयो मे मरोड

. स्टेफिलोकोकस ऑरस से हल्का बुखार, आंत मे मरोड, उल्टी  दस्त

. सैलमोनेला स्पेसिज से टायफाईड, अन्नसे विषबाधा, आंत मे जलन


  हो सकती है।

Friday, 28 October 2016

Sanitize and clean your Mobile phone


आपका मोबाईल या टॉयलेट :-  क्या है ज्यादा साफ ?

                                                                                                                                .ना.दमाहे

. वया आपको मालुम है आपका मोबाईल लाखो किटाणू का गड है?  एक टॉयलेट हँडल या शिट के मुकाबले आपके मोबाईल पर अठाराह गुना ज्यादा बैकटेरीया हो सकते है। शोध से पता चला है कि टायलेट सीट के हर वर्ग इंच के दायरे मे संभवतः १२०१ बैक्टेरिया होते है। किचन के ओटे पर १७३६ बैकटेरीया प्रती वर्ग इंच होते है।
. आपको यह जानने की जरूरत है कि आपके मोबाईल के हर वर्ग इंच दायरे मे २५१०७  बॅकटेरीया होते है। किसी भी वक्त एक अस्वच्छ मोबाईल पर डेढ करोड से ज्यादा किटाणू हो सकते है।
. आपके मोबाईल पर प्रमुखता से पाया जाने वाला बेक्टेरीया है    स्टिफायलोकोकस ईपिडरमीडीस, इनकी संख्या ५०% से भी ज्यादा हो सकती है। मोबाईल की उष्णता बॅकटेरीया की संख्यावृद्धी के लिए अनुकुल होती है।
. अन्य प्रकार के बैक्टेरीया जो आपके मोबाईल पर पाये जाते है जैसे-  
निगेटिव स्टेफिलोकोक्की - लगभग १५%,
बेसिलस यसपीपी - लगभग १२%
. इनके अलावा अन्य प्रकार की बैकटरीयल कॉलोनीया भी मोबाईल या सेल फोन पर होती है उदा: .कोली, इनफल्युइंझा, एमआरएसए।
. आपके कम्पयुटर स्क्रिन, किबोर्ड, डेस्क, माऊस पर भी असंख्य किटाणू होते है।
. यह सब आपको बिमार करने के लिए पर्याप्त है।



मोबाईल फोन को कैसे सॅनीटाईज करे ?

. अलकोहोल और पानी को ४०/६० के प्रमाण मे मिला ले। कॉटन स्वैब या मायक्रोफायबर कपडे को इस सोल्युशन मे थोड़ा भीगो ले और मोबाईल को अच्छी तरह साफ कर ले।
. विनेगर और  डिस्टील्ड वाटर ५०:५० की मात्रा मे मिला ले। कपडे को उपरोक्त मिश्रण में थोड़ा गिला कर मोबाईल को साफ किया जा सकता है।
. माक्रेट मे उपलब्ध माईल्ड हँड सैनीटाईजर भी इस्तेमाल कर सकते है। इससे मोबाईल स्क्रीन पर मौजूद फिंगरप्रिंट भी साफ हो जाता है।